Collateral Loan Kya Hota Hai: क्या आप बार-बार लोन के लिए अप्लाई कर रहे हैं,लेकिन कोशिश करने पर भी लोन नहीं मिल रहा। आप अगर लोन लेना चाहते हैं,तो आपको टेंशन नहीं लेनी है। हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से कॉलेटरल लोन के बारे में जानकारी देने वाले हैं। यह भारत में सबसे ज्यादा लिए जाने वाले लोन में से एक है।
कॉलेटरल लोन के अंतर्गत आपको एवरेज इंटरेस्ट रेट पर कई करोड़ तक का लोन बिल्कुल आसान प्रक्रिया के माध्यम से मिल सकता है। कॉलेटरल लोन का इस्तेमाल आप अपने बिजनेस की ग्रोथ करने के लिए और अपने किसी भी पर्सनल खर्चों को पूरा करने के लिए कर सकते हैं। चलिए विस्तार से जान लेते हैं कि कॉलेटरल लोन क्या होता है,कॉलेटरल लोन कैसे मिलता है और कॉलेटरल लोन के लिए हम कैसे अप्लाई करें।
Collateral Loan Kya Hota Hai| कॉलेटरल लोन क्या होता है?
यह बात तो हम सभी जानते ही है कि यदि हमें अपने पर्सनल खर्चों के लिए लोन चाहिए, तो हम पर्सनल लोन ले सकते हैं। पर्सनल लोन आपको किसी भी बैंक से मिल जाता है। लेकिन कभी-कभी हमारा क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं होता है। इसके अलावा कुछ ऐसे कारण होते हैं,जिनकी वजह से हमें अपने बिजनेस को शुरू करने के लिए लोन नहीं मिल पाता।
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अगर आपके साथ भी यही समस्या है, तो आप कॉलेटरल लोन ले सकते हैं। कॉलेटरल लोन के अंतर्गत आपको लोन लेने के लिए अपनी कोई भी प्रॉपर्टी गिरवी रखनी होगी। आपकी प्रॉपर्टी के लगभग 70 से 80% की वैल्यू तक आपको लोन दिया जाएगा। कॉलेटरल लोन में आपको कोई भी प्रॉपर्टी गिरवी रखनी जरूरी होती है।
Types Of Collateral Loan
Gold Loan
Property Loan
Vehicle Loan
Other
Why Need To Take Collateral Loan
बहुत बार ऐसा होता है कि हमारा क्रेडिट स्कोर काफी ज्यादा खराब हो जाता है। क्रेडिट स्कोर खराब होने के कारण हमें किसी सरकारी या फिर प्राइवेट बैंक से लोन मिलने में काफी दिक्कत होती है। अब ऐसी स्थिति में यदि हम कोई भी प्रॉपर्टी गिरवी रख देते हैं, तो प्रॉपर्टी गिरवी रखने के बाद हमें लोन आसानी से मिल जाता है।
कॉलेटरल लोन में ली गई राशि का भुगतान, यदि समय पर नहीं करेंगे, तो ऐसी स्थिति में बैंक के द्वारा प्रॉपर्टी जपत कर ली जाती है। इस तरह का लोन बैंकों के लिए देना सुरक्षित होता है। जिन व्यक्ति को सामान्य लोन नहीं मिल पाता है, उन्हें कॉलेटरल लोन लेना पड़ता है। कॉलेटरल लोन लेने के कई फायदे हैं, तो कहीं नुकसान भी है। चलिए विस्तार से जानते हैं।
Collateral Loan ke fayde Kya Hai
कॉलेटरल लोन के अंतर्गत हमें अधिक अमाउंट पर लोन मिल सकता है।
कलेक्टर लोन पर इंटरेस्ट रेट अधिक नहीं होती है। यदि आप को कहीं से लोन नहीं मिल पा रहा है, आप अपने हिसाब से कॉलेटरल लोन का लाभ ले सकते हैं।
Collateral Loan Ka Nuksan Kya Hai
- यदि लोन प्राप्त करने के बाद ली गई राशि का भुगतान समय पर नहीं कर पाएंगे, तो ऐसी स्थिति में प्रॉपर्टी बैंक जब्त कर लेगी।
- कॉलेटरल लोन के अंतर्गत लोन रिकवरी की शर्तें काफी सख्त होती है। इसलिए लोन लेने से पहले सभी शर्तें ध्यान से पढ़ें।
- अगर आप बिना सोचे समझे बड़ी अमाउंट का लोन ले लेंगे, तो उस पर काफी ज्यादा इंटरेस्ट लगेगा और समय पर अगर लोन नहीं चुका पाएंगे, तो पेनल्टी भी अधिक लग सकती है। कॉलेटरल लोन के अंतर्गत प्रोसेसिंग फीस काफी ज्यादा वसूली जाती है
Collateral Loan Ki Interest Rate All Bank List
Bank Name | Interest Rate |
Hdfc bank | 9.05 To 13.05% |
Bank of Baroda | 10.35% To 18.25% |
Central Bank Of India | 8.90% To 12.25% |
ICICI Bank | 10.60% To 12.25 |
Punjab National Bank | 9.75% To 18.25% |
State Bank of India | 9.20% To 10.50% |
UCO Bank | 9.50% To 11.25% |
Union Bank of India | 10.20% To 12.25% |
Collateral Loan Kaise Lete Hai
- जिस प्रकार आप अन्य लोन प्राप्त करते हैं, इसी प्रकार कॉलेटरल लोन होता है।
- कॉलेटरल लोन प्राप्त करने के लिए आपके नजदीकी बैंक से संपर्क करना होगा।
- आप जिस भी बैंक से लोन प्राप्त करना चाहते हैं, बैंक से जानकारी प्राप्त करें।
- कॉलेटरल लोन के सभी नियम एवं शर्तें ध्यान से पढ़े और अगर आपको सब कुछ सही लग रहा है, तो कॉलेटरल लोन के लिए अप्लाई करें।
- आप नजदीकी ब्रांच से भी कॉलेटरल लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं या ऑनलाइन किसी भी प्लेटफार्म के माध्यम से अप्लाई कर सकते हैं।
- आपको लोन के लिए आवेदन फार्म ध्यान से भरना है।
- सभी दस्तावेजों को अटैच भी करना होगा।
- लोन अप्रूवल का इंतजार करें।
- लोन अप्रूवल के 2 से 3 दिन के अंदर आपके खाते में लोन की राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी।
Muje Kitna Collateral Loan Mil Sakta Hai
- कॉलेटरल लोन के अंतर्गत लोन मिलने की मिनिमम लिमिट या मैक्सिमम लिमिट कोई नहीं होती है। जितनी आप प्रॉपर्टी गिरवी रखेंगे, उसका 70 से 80% तक आपको लोन मिल सकता है।
Loan Against Property EMI Calculator Kya Hota Hai ?
- यदि आप अपनी कोई प्रॉपर्टी गिरवी रखने के बाद लोन प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप पहले कॉलेटरल लोन के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें। कॉलेटरल लोन से संबंधित कैलकुलेशन करने के लिए आप कॉलेटरल लोन कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अंतर्गत आप अपनी टोटल अमाउंट और मंथली इंस्टॉलमेंट से संबंधित सभी कैलकुलेशन कर सकते हैं।
कॉलेटरल लोन इंटरेस्ट रेट इफेक्ट कैसे होती है?
खराब क्रेडिट स्कोर
यदि आपका क्रेडिट स्कोर खराब है, तो आपको कॉलेटरल लोन अधिक इंटरेस्ट रेट पर मिलेगा।
समय पर इंस्टॉलमेंट का भुगतान न करना
यदि आप पुराने लोन का भुगतान या अपनी इंस्टॉलमेंट का भुगतान नहीं करेंगे ,तो कॉलेटरल लोन लेते समय आपको दिक्कत हो सकती है। आपको बेहतर लोन विकल्प नहीं मिलेंगे।
प्रॉपर्टी की राशि कम होना
यदि आप कॉलेटरल लोन लेना चाहते हैं, तो आपकी प्रॉपर्टी की कीमत अच्छी होनी चाहिए। अगर आप की प्रॉपर्टी की वैल्यू बहुत कम है, तो आपको ज्यादा अमाउंट का लोन नहीं मिल पाएगा।
दस्तावेज कंप्लीट ना होना
अगर आपके पास कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज नहीं है, तो इससे भी कॉलेटरल लोन की इंटरेस्ट रेट प्रभावित होगी
बैंक
बैंक पर भी निर्भर करता है कि आप कौन से बैंक से कॉलेटरल लोन ले रहे हैं। सभी बैंक की इंटरेस्ट रेट अलग-अलग है।
लो इंटरेस्ट रेट पर कॉलेटरल लोन कैसे ले
लो इंटरेस्ट रेट पर कॉलेटरल लोन लेने के लिए आप नीचे बताए गए टिप्स को फॉलो करें।
- अपना क्रेडिट स्कोर मेंटेन करें
- समय पर अपने पुराने लोन की किस्तों का भुगतान करें।
- यदि आपकी प्रॉपर्टी की वैल्यू अधिक होगी, तो आपको कम इंटरेस्ट का भुगतान करना होगा।
- फेस्टिवल सीजन के समय लोन अप्लाई करें । क्योंकि इस समय बैंक के द्वारा ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कम इंटरेस्ट पर विभिन्न प्रकार की लोन योजनाएं शुरू की जाती है।